UPPSC LT Grade Answer Key 7 December 2025 Shift 1: Download LT Grade (Assistant Teacher) Question Paper PDF

Are you one of the thousands of candidates who appeared for the UPPSC LT Grade Assistant Teacher exam on December 7, 2025? The Uttar Pradesh Public Service Commission (UPPSC) conducted the exam for Mathematics in the first shift and Hindi in the second shift. As the exam wraps up, aspirants are eagerly awaiting the release of the UPPSC LT Grade Answer Key 7th December 2025 and the official LT Grade Question Paper PDF. This article provides all the essential details on how to download them, expected release dates, and steps to raise objections. Stay updated to estimate your scores and prepare for the next steps!

UPPSC LT Grade 2025 Answer Key | Download LT Grade (Assistant Teacher) Question Paper 6th December 2025 Shift 2 PDF

How to Download UPPSC LT Grade Answer Key 2025 PDF

Once released, the answer key will be available on the official UPPSC portal. Follow these simple steps to download the UPPSC LT Grade Answer Key PDF:

  1. Visit the official website: uppsc.up.nic.in.
  2. Click on the “Answer Key” or “Download Section” tab on the homepage.
  3. Look for the link: “UPPSC LT Grade Assistant Teacher Answer Key 2025” for the specific subject and date (e.g., Maths/Hindi – December 6).
  4. Enter your login credentials: Registration Number, Date of Birth, and CAPTCHA.
  5. Download the PDF and match your responses to calculate your tentative score.

Note: The answer key will be available in PDF format for all sets (A, B, C, and D).

UPPSC LT Grade Answer Key 7 December 2025 Shift 1

प्रश्न 1.

निम्नलिखित युग्मों में से कौन-सा युग्म सही सुमेलित नहीं है?

(a) यदि a + b = 8 और ab = 10, तब a³ + b³ = 272

(b) यदि a – b = 4 और ab = 2, तब a³ – b³ = 80

(c) यदि a + b = 15, तब (a – 10)² + (b – 5)² = 0

(d) यदि a + b = 15 और a³b – ab³ = 14, तब a – b = 13

सही उत्तर: (b)

व्याख्या: a – b = 4, ab = 2 → a³ – b³ = (a – b)(a² + ab + b²) = 4 × (18) = 72 (80 नहीं)। बाकी सभी सही हैं।

प्रश्न 2.

उष्णकटिबंधीय सदाबहार वनों के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

I. यह प्रदेश उष्ण होते हैं और इनमें पूरे वर्ष अधिक वर्षा होती है।

II. दुष्काष्ठ (कठोर) वृक्ष जैसे एबोनी, महोगनी, यहाँ सामान्यतः पाए जाते हैं।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

(a) I और II दोनों

(b) केवल I

(c) न तो I न ही II

(d) केवल II

सही उत्तर: (a) I और II दोनों

व्याख्या: दोनों कथन बिल्कुल सही हैं। अमेज़न, कांगो बेसिन, दक्षिण-पूर्व एशिया के उष्णकटिबंधीय वर्षा वन इसी प्रकार के हैं।

सही उत्तर (a) I और II दोनों है, क्योंकि उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन गर्म, आर्द्र प्रदेशों में पाए जाते हैं जहाँ पूरे वर्ष भारी वर्षा होती है और इनमें एबोनी, महोगनी जैसे कठोर, मूल्यवान लकड़ी के वृक्ष बहुतायत में होते हैं, जो इन वनों की प्रमुख विशेषताएँ हैं।

कथनों का विश्लेषण:

कथन I: यह प्रदेश उष्ण होते हैं और इनमें पूरे वर्ष अधिक वर्षा होती है। – यह कथन सही है। ये वन भूमध्यरेखा के पास गर्म और आर्द्र क्षेत्रों में पाए जाते हैं, जहाँ 200 सेमी से अधिक वर्षा होती है और तापमान पूरे साल ऊँचा रहता है, जिससे ये सदाबहार रहते हैं।

कथन II: दुष्काष्ठ (कठोर) वृक्ष जैसे एबोनी, महोगनी, यहाँ सामान्यतः पाए जाते हैं। – यह कथन भी सही है। इन वनों में एबोनी, महोगनी, रबर, सिनकोना, रोज़वुड जैसे मूल्यवान और कठोर लकड़ी के पेड़ पाए जाते हैं, जो इन वनों की विशेषता हैं।

निष्कर्ष: दोनों कथन सही हैं, इसलिए विकल्प (a) सही उत्तर है।

प्रश्न 3.

सुलह-ए-कुल की नीति किसने चलाई थी?

(a) अकबर

(b) बाबर

(c) जहांगीर

(d) अलाउद्दीन खिलजी

सही उत्तर: (a) अकबर

व्याख्या: अकबर ने 1582 में दीन-ए-इलाही के साथ-साथ “सुलह-ए-कुल” (सबके साथ शांति) की नीति अपनाई थी।

अकबर ने “सुलह-ए-कुल” (Sulh-i-Kul) की नीति शुरू की थी, जिसका अर्थ है ‘सार्वभौमिक शांति’ या ‘सभी के लिए शांति’।

यह नीति धार्मिक सहिष्णुता पर आधारित थी, जिसमें सभी धर्मों और आस्थाओं के लोगों के साथ सम्मान और समानता का व्यवहार किया गया।

अकबर ने एक समावेशी समाज बनाने की कोशिश की, जहाँ धार्मिक मतभेदों के बावजूद सद्भाव बना रहे।

Why other options are incorrect

(b) बाबर: बाबर मुग़ल साम्राज्य का संस्थापक था, लेकिन उसने सुलह-ए-कुल जैसी धार्मिक सहिष्णुता पर केंद्रित नीति पर काम नहीं किया।

(c) जहांगीर: जहांगीर ने मोटे तौर पर अपने पिता अकबर की नीतियों को जारी रखा, लेकिन सुलह-ए-कुल की अवधारणा मूल रूप से अकबर द्वारा पेश की गई थी, जहांगीर ने इसे शुरू नहीं किया।

(d) अलाउद्दीन खिलजी: अलाउद्दीन खिलजी सल्तनत काल का शासक था (खिलजी वंश), जो मुग़ल काल से बहुत पहले था। उसकी नीतियाँ पूरी तरह से अलग थीं और धार्मिक सहिष्णुता पर आधारित नहीं थीं।

प्रश्न 4.

नीचे दो कथन दिए गए हैं, जिनमें एक को अभिकथन (A) तथा दूसरे को कारण (R) के रूप में चिह्नित किया गया है।

अभिकथन (A): गहरे समुद्र में जल रंगीन (नीला) होता है।

कारण (R): गहरे समुद्र में प्रकाश का प्रकीर्णन (Scattering) होता है।

नीचे दिए गए विकल्पों का उपयोग करके सही उत्तर चुनिए:

(a) (A) सत्य है, परंतु (R) असत्य है।

(b) (A) और (R) दोनों सत्य हैं, परंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं करता है।

(c) (A) असत्य है, परंतु (R) सत्य है।

(d) (A) और (R) दोनों सत्य हैं और (R), (A) की सही व्याख्या करता है।

सही उत्तर: (d)

सही उत्तर (d) है: (A) और (R) दोनों सत्य हैं और (R), (A) की सही व्याख्या करता है, क्योंकि गहरे समुद्र में सूर्य का प्रकाश पानी के अणुओं और निलंबित कणों द्वारा बिखर जाता है (प्रकीर्णन), जिससे नीले रंग की तरंगदैर्ध्य सबसे अधिक बिखरती है और हमें गहरा नीला रंग दिखाई देता है, जबकि लाल और पीले रंग के प्रकाश की तरंगदैर्ध्य अवशोषित हो जाती है।

स्पष्टीकरण:

अभिकथन (A): गहरे समुद्र में जल रंगीन (नीला) होता है। यह कथन सत्य है। सूर्य का प्रकाश विभिन्न रंगों का मिश्रण है। पानी लाल, पीला, हरा और नीला प्रकाश अवशोषित करता है, लेकिन नीले प्रकाश को कम अवशोषित करता है और उसे बिखेर देता है, जिससे समुद्र नीला दिखता है।

कारण (R): गहरे समुद्र में प्रकाश का प्रकीर्णन (Scattering) होता है। यह कथन भी सत्य है। पानी के अणु और उसमें मौजूद सूक्ष्म कण नीले प्रकाश को अन्य रंगों की तुलना में अधिक बिखेरते हैं (Rayleigh Scattering के समान), जिससे यह चारों ओर फैल जाता है और हमें नीला रंग दिखाई देता है।

निष्कर्ष:

गहरे समुद्र में प्रकाश का प्रकीर्णन (R) ही मुख्य कारण है कि पानी नीला दिखाई देता है (A), इसलिए (R), (A) की सही व्याख्या करता है।

प्रश्न 5.

निम्नलिखित युग्मों में से कौन-सा युग्म (धातु अथवा खनिज) सही सुमेलित नहीं है?

(a) आधार धातु – कोबाल्ट

(b) कीमती धातु – चाँदी

(c) अधात्विक खनिज – हीरा

(d) लौह मिश्रधातु – निकेल

सही उत्तर: (a) आधार धातु – कोबाल्ट

व्याख्या: कोबाल्ट को आधार धातु (Base metal) नहीं माना जाता। आधार धातुएँ हैं – ताँबा, जस्ता, सीसा, टिन आदि। कोबाल्ट एक संक्रमण धातु (Transition metal) है। बाकी तीनों सही हैं।

सही उत्तर विकल्प (a) आधार धातु – कोबाल्ट है।

Explanation

कोबाल्ट को आम तौर पर आधार धातु (base metal) के रूप में वर्गीकृत नहीं किया जाता है; यह एक संक्रमण धातु (transition metal) है जिसका उपयोग मुख्य रूप से मिश्र धातुओं और बैटरी में किया जाता है। आधार धातुएं वे सामान्य धातुएं हैं जो आसानी से ऑक्सीकृत (oxidized) या संक्षारित (corroded) हो जाती हैं (जैसे लोहा, सीसा, तांबा)।

अन्य सभी युग्म सही सुमेलित हैं:

चाँदी एक प्रसिद्ध कीमती धातु (precious metal) है।

हीरा एक अधात्विक खनिज (non-metallic mineral) है।

निकेल का उपयोग अक्सर लौह मिश्रधातुओं (ferrous alloys), जैसे स्टेनलेस स्टील बनाने में किया जाता है।

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